आधार कार्ड, भारत सरकार द्वारा जारी किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण पहचान पत्र है, जिसमें 12 अंकों की एक विशिष्ट संख्या होती है। इसे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) द्वारा जारी किया जाता है। यह संख्या किसी भी भारतीय नागरिक की पहचान और पते का प्रमाण होती है। इसके अलावा, आधार कार्ड कई सरकारी और गैर-सरकारी सेवाओं का लाभ उठाने के लिए आवश्यक है।
इस पेज पर, हम आधार कार्ड डाउनलोड करने की प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान कर रहे हैं। साथ ही, आधार कार्ड के उपयोग और उसके महत्व के बारे में भी जानकारी दी गई है।
आधार कार्ड को डाउनलोड करने के तरीके
आधार कार्ड को नागरिक मुख्यतः 4 तरीकों से प्राप्त कर सकते हैं, नीचे उन चारों तरीकों से आधार डाउनलोड करने की पूरी प्रक्रिया के बारे में चरणबद्ध रूप से जानकारी दी गयी है.
UIDAI (Myaadhaar) पोर्टल के जरिए
- आधिकारिक वेबसाइट – https://myaadhaar.uidai.gov.in/ पर जाएं।
- ‘Download Aadhaar‘ लिंक पर क्लिक करें।
- नए पेज पर 12 अंकों का Aadhaar Number, 16 अंकों का Virtual ID (VID) Number, या 28 अंकों का Enrollment ID (EID) Number दर्ज करें।
यदि आपके पास आधार नंबर है, तो उसे दर्ज करें; अन्यथा, आप EID या VID का उपयोग कर सकते हैं।
- अब ‘Send OTP’ बटन पर क्लिक करें और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त OTP दर्ज करें।
- ‘Verify and Download‘ बटन पर क्लिक करें।
- आपका आधार कार्ड आपके डिवाइस में डाउनलोड हो जाएगा।
ध्यान दें: यदि आप अपना आधार नंबर या एनरोलमेंट आईडी भूल चुके हैं, तो ‘Retrieve EID/Aadhaar number‘ विकल्प का उपयोग करें और अपने नाम, मोबाइल नंबर या ईमेल को दर्ज करके OTP की मदद से इसे प्राप्त करें।
mAadhaar मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए
- अपने मोबाइल फ़ोन में mAadhaar App इनस्टॉल करें।
- रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और OTP दर्ज करके रजिस्टर करें।
- ‘Download Aadhaar’ विकल्प पर क्लिक करें।
- दो विकल्पों में से चुनें: Regular Aadhaar या Masked Aadhaar
रेगुलर आधार: सामान्य आधार कार्ड जिसमें सभी अंक दिखाई देते हैं।
मास्क्ड आधार: पहले 8 अंक छिपे हुए होते हैं।
- Aadhaar Number, VID Number या Enrolment ID Number दर्ज करें।
- OTP दर्ज करें और आधार कार्ड प्राप्त करें।
डिजीलॉकर के जरिए
- DigiLocker की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं या एप्लीकेशन इंस्टाल करें।
- अपना अकाउंट बनाकर लॉग इन करें।
- ‘Search Document’ पर क्लिक करें और ‘Aadhaar Card’ सर्च करें।
- आधार कार्ड के विकल्प पर क्लिक करें।
- रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और आधार नंबर दर्ज करें।
- ‘Get Document’ विकल्प पर क्लिक करें।
- डिजीलॉकर के ‘Issued Document’ अनुभाग में जाकर डाउनलोड आइकॉन पर क्लिक करके आधार प्राप्त करें।
उमंग पोर्टल के जरिए
- UMANG पोर्टल पर लॉग इन करें।
- ‘My Aadhaar‘ विकल्प पर क्लिक करें।
- ‘Download Aadhaar’ विकल्प चुनें।
- आधार नंबर दर्ज करें और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर प्राप्त OTP दर्ज करें।
- आपका ई-आधार कार्ड आपके डिवाइस में डाउनलोड हो जाएगा।
e-Aadhaar पासवर्ड क्या होता है?
ई-आधार पीडीएफ का पासवर्ड आपके नाम के पहले चार अक्षर (अंग्रेजी के कैपिटल) और जन्म वर्ष होता है। पासवर्ड बनाने के लिए नीचे दिए गए फॉर्मूला का पालन किया जाता है:
आपके नाम के पहले चार अक्षर (अपरकेस में) + जन्म का साल (YYYY)
- अगर किसी का नाम Rahul Kumar है और उनकी जन्मतिथि 15 अगस्त 1990 है, तो उनका पासवर्ड होगा:
RAHU1990 - अगर किसी का नाम Sita Devi है और उनकी जन्मतिथि 5 मार्च 1985 है, तो उनका पासवर्ड होगा:
SITA1985 - अगर किसी का नाम Arjun Singh है और उनकी जन्मतिथि 22 जनवरी 1992 है, तो उनका पासवर्ड होगा:
ARJU1992
VID कैसे जेनरेट करें?
VID (Virtual ID) एक अस्थायी, 16-अंकों का नंबर होता है जिसे आप आधार संख्या के बदले में इस्तेमाल कर सकते हैं। इसका उपयोग पहचान और सत्यापन के लिए किया जाता है ताकि आपकी आधार संख्या सुरक्षित और गोपनीय रहे। इसे UIDAI पोर्टल के जरिए निम्नलिखित चरणों का पालन करके जेनरेट किया जा सकता है:
- सबसे पहले https://uidai.gov.in/en/ पोर्टल पर विजिट करें.
- अब आप यहाँ My Aadhaar अनुभाग में VID Generator विकल्प के ऊपर क्लिक कर दें.
- अब नए पेज पर अपनी आधार संख्या और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करें, और प्राप्त OTP को दर्ज करें.
इसके बाद आपका अस्थाई VID नंबर आपकी स्क्रीन पर प्रदर्शित हो जाएगा.
आधार कार्ड क्या है?
आधार कार्ड एक महत्वपूर्ण पहचान पत्र है, जिसे UIDAI द्वारा जारी किया जाता है। यह 12 अंकों का होता है और यह सुनिश्चित करता है कि धारक भारतीय नागरिक है। UIDAI की स्थापना जनवरी 2009 में हुई थी और 31 मार्च 2021 तक 128.99 करोड़ से अधिक आधार नंबर जारी किए जा चुके हैं।
e-Aadhaar आधार कार्ड का डिजिटल रूप है जिसे पासवर्ड से सुरक्षित किया गया है और इसे UIDAI की वेबसाइट से प्राप्त किया जा सकता है। इसके अलावा आधार कार्ड की सुरक्षा के लिए, UIDAI ने कई उपाय किए हैं:
- मास्क्ड आधार: आधार नंबर के पहले 8 अंक छिपाए जाते हैं।
- बायोमेट्रिक सत्यापन: फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन के माध्यम से।
- ओटीपी सत्यापन: मोबाइल नंबर पर भेजे गए वन-टाइम पासवर्ड के माध्यम से।
ई-आधार एक डिजिटल रूप में उपलब्ध आधार कार्ड है, जिसे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) द्वारा ऑनलाइन जारी किया जाता है। इसे आप UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं। ई-आधार का उपयोग भौतिक आधार कार्ड के समान ही किया जा सकता है और यह एक कानूनी रूप से मान्य दस्तावेज़ है।
आधार कार्ड के उपयोग
आधार कार्ड का उपयोग कई सरकारी और गैर-सरकारी सेवाओं के लिए किया जाता है। यह विभिन्न सेवाओं और लाभों का लाभ उठाने के लिए महत्वपूर्ण है, जैसे कि:
- बैंक खाता खोलना
- सरकारी सब्सिडी प्राप्त करना
- पासपोर्ट आवेदन
- पैन कार्ड आवेदन
- आयकर रिटर्न दाखिल करना
- मोबाइल सिम कार्ड खरीदना
- राशन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र आदि सरकारी दस्तावेजों के लिए आवेदन, इत्यादि.
UIDAI (Unique Identification Authority of India)
UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) भारत सरकार का एक प्रमुख संगठन है, जिसकी स्थापना जनवरी 2009 में हुई थी। यह इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के तहत कार्य करता है। UIDAI का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक भारतीय नागरिक को एक विशिष्ट पहचान संख्या, जिसे आधार कहा जाता है, प्रदान करना है।
यह पहचान संख्या 12 अंकों की होती है और भारत के हर निवासी को दी जाती है। आधार नंबर को बायोमेट्रिक (जैसे फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन) और जनसांख्यिकीय (जैसे नाम, पता) डेटा के आधार पर तैयार किया जाता है।
UIDAI की मुख्य जिम्मेदारियां
- आधार नंबर जारी करना: UIDAI भारत के प्रत्येक निवासी को एक यूनिक 12 अंकों का आधार नंबर जारी करता है, जो उनकी पहचान और पते का प्रमाण होता है।
- डेटाबेस का प्रबंधन: UIDAI बायोमेट्रिक और जनसांख्यिकीय डेटा का विशाल डेटाबेस तैयार करता है, जिसमें व्यक्ति के फिंगरप्रिंट, आईरिस स्कैन, और फोटो शामिल होते हैं।
- प्रमाणीकरण सेवाएं: UIDAI आधार कार्ड धारकों को OTP, बायोमेट्रिक और जनसांख्यिकीय प्रमाणीकरण सेवाएं प्रदान करता है, जिससे उनकी पहचान को सत्यापित किया जा सके।
- कल्याणकारी योजनाओं से लिंक करना: आधार को विभिन्न सरकारी योजनाओं और सेवाओं से जोड़ा गया है, जिससे लाभ सीधे पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाया जा सके।
UIDAI के कार्य और उपलब्धियां
- आधार पंजीकरण: आधार पंजीकरण की प्रक्रिया ने भारत को दुनिया की सबसे बड़ी बायोमेट्रिक पहचान प्रणाली में शामिल कर दिया है। 2024 तक, UIDAI ने 1.35 अरब से अधिक आधार नंबर जारी किए हैं।
- डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT): आधार के माध्यम से सरकार ने योजनाओं और सब्सिडियों को सीधे लाभार्थियों के खातों में भेजने का कार्य सुगम किया है। यह भ्रष्टाचार कम करने और पारदर्शिता बढ़ाने में सहायक साबित हुआ है।
- आधार-समर्थित भुगतान प्रणाली (AePS): UIDAI ने आधार को वित्तीय प्रणाली में एक महत्वपूर्ण साधन बनाया है, जिससे लोग आधार के माध्यम से भुगतान कर सकते हैं और बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
सुरक्षा और गोपनीयता
UIDAI आधार डेटा की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कई उच्च स्तरीय सुरक्षा उपायों का पालन करता है। बायोमेट्रिक डेटा की सुरक्षा के लिए एन्क्रिप्शन, OTP आधारित प्रमाणीकरण, और अन्य सुरक्षा उपाय किए जाते हैं। आधार अधिनियम 2016 के तहत UIDAI डेटा की गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
हेल्पलाइन
आधार से जुड़ी किसी भी समस्या के समाधान के लिए आप अपने नजदीकी आधार केंद्र पर जा सकते हैं या नीचे दिए गए संपर्क विवरणों का उपयोग कर सकते हैं:
- हेल्पलाइन नंबर: 1947
- ईमेल: help@uidai.gov.in